The best Side of tula rashi mithun lagna



Both of those Saturn and Venus are located in 8th house from a zodiac indication. These combinations are usually not Superb indicators for relations. There might be variations in household and relation fronts.

यहां पर बैठे चंद्रमा के साथ में मित्र दृष्टि पंचम भाव पर पड़ती है जिसके कारण व्यक्ति की विद्या उच्चतम स्तर की होती है। ऐसे व्यक्तियों को संतान का सुख मिलता है।

हीरा कब धारण करें – हीरा को शुक्रवार के दिन, शुक्र के होरे में, शुक्रपुष्य नक्षत्र में, या शुक्र के नक्षत्र भरणी नक्षत्र, पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में धारण कर सकते है।

मिथुन राशि में उग्र मंगल आपके जीवन को कैसे प्रभावित करता है?

कौनसी उंगली में नीलम धारण करें – नीलम की अंगूठी को मघ्यमा उंगली में धारण करना चाहिए।

मिथुन लग्न वाले जातक स्वभाव से साहसी एवं पराक्रमी होते हैं। इस राशि पर बुध का प्रभाव होने से आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति होते हैं। इस लग्न read more में जन्म लेने के कारण आप दयालु, बुद्धिमान और वाक्पटु होंगे तथा कलात्मक कार्यों की तरफ आपका ध्यान होगा। आपकी प्रतिभा दिन-प्रतिदिन निखरती ही जाती है और सभी आपके काम से प्रभावित रहते हैं। इस राशि का वायु तत्व होने से आपका मस्तिष्क सदा चलायमान रहता है। आप नित नई योजनाओ को बनाने में व्यस्त रहते हैं एवं आप कल्पनाओ की दुनिया में भी खोये रह सकते हैं।

मिथुन में चंद्रमा पुरुषों को महिलाओं से बात करने में सहजता प्रदान करता है। अगर वे किसी से बात करना शुरू करते हैं तो वे एक रोमांटिक संबंध बना लेते हैं। ऐसे में इन लोगों को सलाह दी जाती है कि आप उसी के साथ संबंध बनाएं जो आपके जैसा होगा, जिसकी मानसिकता और तरंगें आप से तालमेल बैठा सके।

मेष लग्न की कुंडली के द्वितीय भाव में गुरु का फल

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मिथुन राशि में चंद्रमा वाले लोगों का नकारात्मक लक्षण

केतु देवता की भी अपनी कोई राशि नहीं होती। वह अपनी मित्र राशि और शुभ भाव में बैठकर शुभ फल देते हैं।

पंचांगआज का राशिफलज्योतिषवास्तुधार्मिक कथाग्रहों को जानेजिज्ञासाव्रत और त्योहारमंत्र भजन आरतीनीति सूत्रदेव धाम

उबर, ओला- रैपिडो बाइक टैक्सी को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले पर लगाई रोक

मेष लग्न के कुंडली के प्रथम भाव में सूर्य का फलादेश:

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